दालचीनी क्या है?

 दालचीनी एक प्रकार से वृक्ष की छाल है या भूरे रंग की चिकनी छाल है इसमें एक प्रकार की तीखी गंध होती है इसका पेड़


पर आया 6 से 16 मीटर ऊंचा होता है इसकी खेती दक्षिण पश्चिम भारत के समुद्र तटीय और निचले पहाड़ी क्षेत्रों जैसे


तमिलनाडु कर्नाटक और केरल में की जाती है इसके पंख गुलाबी रंग के और चमकीले हरे रंग के होते हैं इसकी खेती जुलाई


से दिसंबर तक की जाती है


श्रीलंका में यह बहुतायत पाया जाता है यह Lauracea परिवार का पौधा है





दालचीनी की उत्पत्ति एवं उपलब्धता

वैसे तो दाल चीनी का उत्पादन मुख्यता श्रीलंका में होता है परंतु विश्व के अन्य भागों में जैसे बांग्लादेश ,जावा ,सुमात्रा,


वेस्टइंडीज ,ब्राजील ,चीन ,वियतनाम ,मेडागास्कर ,जंजीबार और भारत में होता है 90 परसेंट दालचीनी का उत्पादन केवल


श्रीलंका ही करता है




 दालचीनी का उपयोग मसालों के तौर पर होता है प्राचीन समय में मसालों के भारतीय व्यापारी विदेशों में जाकर मसाले


बेचते थे जिसमें दालचीनी मसाला था और इसका उपयोग सभी प्रकार के मांसाहार व्यंजनों में व्यापक रूप से किया जाता था




अन्य भाषाओं में


हिंदी दालचीनी 


अंग्रेजी  CYLONE CINNAMON


संस्कृत त्वक , स्वदावी ,तमुत्वाक ,दारुसिता ,चोचम ,वाराभग , भृंग ,उत्कट


उर्दू दालचीनी


उड़िया दालों चीनी, दारू चीनी


कन्नड़ लवंग चेस , तेज दालचीनी


गुजराती दालचीनी , तज , ताज


तमिल लवंग पत्ते , लवंग पटाई


तेलुगू लवंगम


बंगाली दारू चीनी


मलयालम एरिकोल्लम , वर्णन


मराठी दालचीनी

नेपाली दालचीनी, कुखितिगी


अरबी दरसिनी , किरफाह , किरफेज़ेलानिया


फारसी दारचीनी ,सिलोन दारचीनी


 प्रत्येक 100 ग्राम दालचीनी में निम्नलिखित घटक होते हैं


Cinnamon amount per 100 grams 
Calories  247 
Fat        1.2  g                                                                      1%
Satuarated fat 0.3 g                                                             1%
Poly unsatuarated fat  0.1g
Trans fat regulation    0 g
Sodium                      10 mg                                               
Potassium                431 mg                                               12%
Total carbohydrate    81 g                                                  27%
Dietary fiber             53 g                                                 211%
Sugar                        2.2g
Protein                       4 g                                                     8%
Vitamin A                  5%                                                     5%
Vitamin C                  6%                                                     6%
Calcium                   100%                                                 100%
Iron                           46%                                                   46%
Vitamin B-6              10%                                                   10%
Magnesium               15%                                                   15%

Source   USDA
                                                                   

दालचीनी के औषधीय गुण


 दालचीनी का सर्वोत्तम गुण मधुमेह को नियंत्रित करने में परिलक्षित होता है , यह मानव शरीर की ब्लड शुगर लेवल को


नियंत्रित करता है , अगर आप हाई ब्लड शुगर से परेशान हैं तो आपको यह बहुत ही लाभ देगा , दालचीनी टाइप टू


डायबिटीज में बहुत प्रभावशाली है इसलिए इसे गरीबों का इंसुलिन भी कहा जाता है क्योंकि यह शुगर की महंगी दवाओं के


मुकाबले काफी सस्ता पड़ता है




मुंह की दुर्गंध में आप दालचीनी का प्रयोग कर सकते हैं

भूख बढ़ाने में 500 मिलीग्राम 100 500 मिलीग्राम इलायची और 500 मिलीग्राम दालचीनी पीसकर चूर्ण बना लें भोजन के


पहले सुबह शाम सेवन करने से भूख में बढ़ोतरी होती है


दांत दर्द में दालचीनी के तेल में रोई दीघा घाट के पास रखने से दर्द में आराम मिलता है




सिर दर्द में दालचीनी के 8/10 पत्रों को पीसकर लेप बना लें फिर इसे ललाट पर लगा लेते ठंड गर्मी से होने वाली दर्द में या


प्रभावशाली है दालचीनी के तेल से सिर में मालिश करने से सर्दी के कारण होने वाली सिर दर्द से आराम मिलता है


दालचीनी तेजपत्ता एवं चीनी को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें गाय के घी में पका लें सिरदर्द होने पर एक चम्मच


करके सेवन करें सिर दर्द से आराम मिलेगा






खांसी होने पर दालचीनी के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करें दालचीनी के पत्ते का काढ़ा बनाकर 10 20


मिलीग्राम से रोग में दालचीनी 300 मिलीग्राम 600 मिलीग्राम टो ग्राम को 1 लीटर पानी में उबालें जब यह 250 मिलीग्राम के


नाक के रोग में लाभ होगा

पेट फूलने पर 5 ग्राम दालचीनी चूर्ण में एक चम्मच मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से पेट फूलने की बीमारी में लाभ


होता है




कोलेस्ट्रोल कम करने के लिए एक कप पानी में दो चम्मच शहद और तीन चम्मच दालचीनी मिलाकर दिन में तीन बार सेवन


करने से कोलेस्ट्रॉल की शिकायत कम हो जाती है

गठिया में लाभकारी ग्राम दालचीनी चूर्ण में 30 ग्राम शहद मिलाकर दर्द वाले स्थान पर धीरे-धीरे मालिश करें दिल से आराम


मिलेगा दालचीनी के तेल की मालिश से घटिया मरीजों को राहत मिलती है




दालचीनी  से नुक्सान 

🔊 ज्यादा मात्रा में दालचीनी का सेवन करने से पसीना और पेट में जलन हो सकती है


🔊 यह लीवर मरीजों के लिए बहुत ही नुकसानदायक होती है इसमें पाया जाने वाला कौमारिन लीवर को फैला सकता है


🔊 दालचीनी खून को पतला कर देती है रक्त संबंधी रोगी कृपया इसे न व्यव्हार करें


🔊 दालचीनी सीधे त्वचा पर लगाने से जलन हो सकती है

🔊 गर्भवती स्त्रियों को सेवन करने से पहले प्रसव होने की संभावना रहती है


💯 डिस्क्लेमर


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 धन्यवाद



















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