एलोवेरा  क्या  है 

एलोवेरा का परिचय

सावधानियां और चेतावनी

एलोवेरा के साइड इफेक्ट्स

एलोरा से पड़ने वाले प्रभाव

एलोवेरा की खुराक





यह सभी चीज आप इस आर्टिकल में पाएंगे

कांटों की तरह दिखने वाला और कई खूबियों से भरपूर एलोवेरा का पौधा गर्म और शुष्क उष्ण कटिबंधीय इलाकों में पाया

जाता है,

हमारे भारत में इसका पौधा प्रायः सभी जगह देखने को मिलता है

एलोवेरा के पौधे का इस्तेमाल जेल बनाने और दूध बनाने के लिए किया जाता है

इसकी पत्तियों को बीच से काटने से जो तरल पदार्थ निकलता है उसे जेल का निर्माण किया जाता है

जबकि LATEX को पति की त्वचा के ठीक नीचे की कोशिकाओं से प्राप्त किया जाता है

कई औषधीय गुणों से भरपूर इस्तेमाल किया जाता है

दवाई के रूप में खाया जा सकता है

स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में इस्तेमाल करते है

एलोवेरा चार प्रकार के रूप में उपलब्ध है

पौधे के रूप में, कैप्सूल के रूप में , जेल के रूप में , और जूस के रूप में





वजन घटाने , मधुमेह, आंतों की सूजन, बुखार, खुजली, सूजन इत्यादि समस्या में भी करते हैं

हाल ही में हुए एक शोध में पाया जाने वाला रसायन एचआईवी एड्स की समस्या में काफी सहायक हो सकता है

एलोवेरा का इस्तेमाल हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है

शोध में यह बात सामने आई है कि ओस्टियोआर्थराइटिस , आंखों की समस्या, और कैंसर जैसी बीमारियों में किया जाता है

दाद के लिए एलोवेरा क्रीम को रोजाना तीन बार लगाने से दाद खुजली यह सब से छुटकारा मिल जाता है

5 दिन लगाने से दाद वाला स्थान है वह अपने आप कम होने लगता है

अगर आपकी त्वचा पर खुजली होने के कारण अगर पड़ गए हैं तो एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें

घर पर एलोवेरा के पत्तों से जेल निकलने के लिए पत्ते को काट कर कटे हुए भाग को नीचे की तरफ लटका कर तक़रीबन

एक घंटा छोड़ दे पीले रंग पदार्थ ज जब निकलना बंद हो जाये तब उसका जेल निकाले , पीला रंग का पदार्थ

कैंसर का कारक है . कच्चे एलोवेरा को प्रयोग करने के पहले हर बार यह प्रक्रिया को दोहराएँ




कुछ लोग चेहरे पर एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करते हैं

एलोवेरा जेल का इस्तेमाल चेहरे पर होने वाली जलन कील मुंहासे की समस्या के लिए किया जाता है

रोजाना सुबह-शाम चेहरा धोने के बाद एलोवेरा जेल लगाने से चेहरे पर रुकने वाली मुंहासे दाग धब्बे तैलीय त्वचा इन सब

चीजों से मुक्ति मिलती है






मुंह में सूजन , मुंह में जलन , बवासीर , आंतरिक बवासीर , को हटाने के बाद होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए प्रभाव

कारी है

पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में एलोवेरा जेल का इस्तेमाल एक एंटीसेप्टिक के रूप में किया जाता है

एलोवेरा एक्सट्रैक्ट और एलोवेरा जेल का इस्तेमाल जननांग, दाद , खुजली वाली त्वचा, जलन, सन बर्न और शुष्क त्वचा के

लिए व्यापक रूप में किया जाता है

अगर कहीं जल जाए एलोवेरा जेल में जैतून का तेल मिलाकर दिन में दो बार 6 सप्ताह तक लगाना फायदेमंद होता है

इसके अलावा एलोवेरा क्रीम का इस्तेमाल भी घाव के ऊपर लगा सकते हैं

जले हुए घाव को खत्म करने के लिए दिन में तीन बार रोज लगाएं और इसको तब तक लगाना जारी रखें जब तक कि वह

निशान खत्म नहीं होगा हो जाए

दाद के लिए एलोवेरा क्रीम को रोजाना तीन बार लगाने से दाद खुजली यह सब से छुटकारा मिल जाता है

5 दिन लगाने से दाद वाला स्थान है वह अपने आप कम होने लगता है

अगर आपकी त्वचा पर खुजली होने के कारण अगर पड़ गए हैं तो एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें

और इस प्रक्रिया को 8 सप्ताह तक दोहराता इससे आपको त्वचा पर पड़े हुए खत्म हो जाएंगे





ALLOPATHIC दवाओं के नियम सख्त नहीं होते इसकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की

जरूरत है

इस HERBAL SUPLIMENT के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना बहुत जरूरी है

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें

एलोवेरा जेल के लिए फायदेमंद है और इसका संबंधी कई समस्याओं के उपचार किया जाता है

इसका इस्तेमाल होने वाली बीमारियों से राहत पाने के लिए सामने आई है

इसमें कुछ पाए जाते हैं जो कुछ के लिए हानिकारक हो सकते हैं

एलोवेरा LATEX में कुछ ऐसे रसायन मौजूद होते हैं जो एक के रूप में काम करते हैं जो एक काम करते हैं जो एक

LAXATIVE के रूप में काम करते हैं

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें






सावधानियां और चेतावनी

यदि आप गर्भवती हैं या फिर शिशु को स्तनपान करवा रहे हैं एलोवेरा का सेवन करने से पहले से ले लीजिए

क्योंकि गर्भावस्था में महिला को अपने खान-पान का ध्यान रखना जरूरी होता है

ऐसे में अगर एलोवेरा का सेवन किया जाए तो गर्भपात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता

इसलिए एक बार अपने पारिवारिक डॉक्टर से सलाह ले या किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लें

अगर कोई दवाई का सेवन आप कर रहे हैं तो एलोवेरा के सेवन से परहेज करें

अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है एलोवेरा का सेवन बिना चिकित्सक के परामर्श के ना करें

अगर आपको कोई अन्य बीमारी या कोई विकार या कोई उपचार या कोई शल्य चिकित्सा ऐसा अगर कुछ चल रहा है तो

भी इसका सेवन न करें

एलोवेरा जितना फायदेमंद है उतना नुकसानदेह भी है

अगर आप इसके इस्तेमाल करने की प्रक्रिया को नहीं जानते हैं तो इसका सेवन कदापि न करें

क्योंकि एलोवेरा में ऐसा कहा जाता है कि कैंसर को बढ़ाने वाले तत्व भी पाए जाते हैं

अगर आप एलोवेरा जेल का इस्तेमाल एक प्रसाधन सामग्री यह दवा के रूप में अगर कर रहे हैं तो यह उतना नुकसान दे

नहीं है

इसका इस्तेमाल अगर थोड़ा-थोड़ा अगर किया जाए तो ठीक है एलोवेरा को अपने-अपने बीमारियों के लिए इस्तेमाल करना

चाहते हैं

तो मैं सुरक्षित मात्रा बता रहा हूं

अधिक से अधिक आप रोजाना 15 मिलीग्राम एलोवेरा ले सकते हैं

प्रत्येक 42 दिन इसको यूज़ करने के बाद इसे बंद कर दें और अगले 42 दिनों तक न करें

फिर आप शुरू कर सकते है





साथ ही 55 और 50 परसेंट पानी इन दोनों को मिलाकर दिन में दो बार किया जा सकता है

जिसको लगातार 8 सप्ताह तक रोजाना 600 मिलीग्राम तक लेना ठीक है

अगर आप एलोवेरा LATEX की ज्यादा मात्रा ले लेते हैं तो यह आपके लिए नुकसान कर सकता है

एलोवेरा का इस्तेमाल करने के पहले यह सावधानियां बरतें एलोवेरा का किसी भी रूप में इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान

सुरक्षित नहीं है

गर्भपात का खतरा हो सकता है



बच्चों के लिए बच्चों की त्वचा पर एलोवेरा जेल का प्रयोग काफी लाभदायक होता है

लेकिन अगर आप एलोवेरा के पत्तों का अर्क 12 साल से कम उम्र के बच्चों पर करते हैं तो उन्हें पेट में दर्द या फिर पतला

दस्त की समस्या हो सकती है

डायबिटीज में एलोवेरा का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल की मात्रा कम हो जाती है

अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं तो एलोवेरा का इस्तेमाल जरूर कीजिए कोई समस्या नहीं है

आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो जाएगा




अल्सर कोलाइटिस इन दोनों में से अगर कोई बीमारी आपको है एलोवेरा का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करें

कई बार एलोवेरा लेटेक्स लेने से भीतरी आंख में भीतरी आंख में जलन परेशानी हो सकती है

इसका इस्तेमाल करने के पहले इस बात का पूरा ध्यान रखें कि एलोवेरा के पत्तों से बने उत्पादों में कुछ एलोवेरा लेटेस्ट भी

शामिल होते हैं

किडनी की समस्या किडनी की समस्या होने पर एलोवेरा का अधिक सेवन ना करें क्योंकि इससेक्योंकि इससे किडनी फेल

होने की संभावना बढ़ जाती है




अगर आप ने हाल ही में कोई अगर आप ने हाल ही में कोई अगर आप ने हाल ही में कोई शल्य चिकित्सा अगर करवाई है

तो कम से कम 15 दिनों तक इसका इस्तेमाल ना करें या फिर अगर करना भी चाहते हैं तो चिकित्सक से सलाह मशवरा

कर ले

एलोवेरा से जितना फायदा है उतना नुकसान भी है

ज्यादा एलोवेरा इस्तेमाल करने से पेट दर्द जैसी दिक्कतें आती है

एलोवेरा का बहुत अधिक समय तक इस्तेमाल करने से पतला दस्त , किडनी की समस्या , पेशाब में खून जाना ,पोटेशियम

का कम हो जाना , मांसपेशियों की . कमजोरी वजन घट जाना, हृदय का संतुलन बिगड़ जाना इत्यादि समस्यें हो सकती

है

कई दिनों तक 1 ग्राम एलोवेरा लेटेस्ट लेना भी शरीर के लिए घातक हो सकता है

एलोवेरा के पत्ते का अर्क लेने से कुछ लोगों में गुर्दे की समस्या देखी गई है

एलोवेरा के सिर्फ उन्हीं लोगों को समस्या होती है जो बहुत सेंसिटिव होते हैं

इसके अलावा इस औषधीय वनस्पतियों की खुराक हर मरीज के लिए अलग-अलग होती है

यह खुराक स्वास्थ्य और अन्य चीजों पर निर्भर करती है औषधीय वनस्पति हमेशा से सुरक्षित नहीं होते हैं

इसलिए बगैर किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह के बिना इसे ना ले

यहां पर दी गई जानकारी जो है वह सिर्फ आपके ज्ञान वृद्धि के लिए है इसे मानना ना मानना आपका अपना निर्णय है

और इसमें हमारा कोई भी दोष नहीं है आप चाहे तो माने नहीं तो मत माने

तो आपने देखा एलोवेरा जो है उसे किस प्रकार का लाभ और किस प्रकार की हानि है

आप अपने चिकित्सक के परामर्श के अनुसार या अपने विवेक के अनुसार एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं



उम्मीद है कि हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा और बहुत सारी जानकारी आपको इसमें मिली होंगी और उस

जानकारियों का लाभ उठाकर आप इसका प्रयोग कर सकते हैं

अगर आपको ऊपर लिखे गए कोई भी समस्या है तो एलोवेरा आपके लिए लाभदायक हो सकता है

परंतु इस बात का हरदम ध्यान रखें कि प्रत्येक प्रत्येक चीज प्रत्येक चीज बगैर जानकारी के सुरक्षित नहीं है

और इस बारे में आपके डॉक्टर या स्वास्थ्य परामर्श करता ही अधिक बता सकते हैं

खासकर अगर आपको कोई बीमारी है और उसके लिए किसी ऐसे डॉक्टर से आप चला ले रहे हैं

जिस डॉक्टर के पास आप काफी लंबे समय से अपना इलाज करवा रहे हैं तो आप की बीमारी के बारे में उनको बहुत

ज्यादा जानकारी होगी डीप नॉलेज होगा तो ऐसे में वह आपको सही सलाह देंगे और आपको सलाह लेने के पश्चात हैं कोई

कदम उठाना फायदेमंद साबित होगा

मेरा यह ब्लॉग किसी भी तरह का चिकित्सा का साला किसी बीमारी का निदान या किसी बीमारी का उपचार नहीं करता है

यह ब्लॉक केवल सामान्य जानकारी देता है जिसके बारे में आप लोग इतना ज्यादा नहीं जानते जितना कोई उन्हें

जानना चाहिए इसलिए कोई भी कदम उठाने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह मशवरा जरूर कर ले

कमेंट करके बताएं

कि आपको यह आर्टिकल कितना अच्छा लगा कितना बुरा लगा अवश्य बताइएगा

धन्यवाद